माथेरान महाराष्ट्र में मुंबई के पास एक बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है। यह अपनी हल्की जलवायु और अच्छी तरह से संरक्षित अपनी वास्तुकला के लिए जाना जाता है। माथेरान में देखने के लिए कुल मिलाकर 40 बिंदु, दो झीलें, दो पार्क, चार प्रमुख पूजा स्थल और एक रेस कोर्स शामिल है। माथेरान कि खासियत है कि यहां किसी भी प्रकार के वाहन का प्रवेश वर्जित है। यहां साल भर पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है और मॉनसून यहां आने का सबसे अच्छा मौसम है। मॉनसून के समय घाटियों में फैला कोहरा, हवा में तैरते बादल और भीगा भीगा मौसम आपको औरभी रोमांचित कर देगा।
माथेरान में सभी बिंदुओं को पूरे देखने के लिए पैदल चलने में लगभग दो से तीन दिन लग जाते है। वैकल्पिक रूप से यदि आप जल्दी घूमना फिरना चाहते हैं तो घोड़े को किराए पर ले सकते है और यहां आप एक ही दिन में सारे बिंदुओं को देख सकते है।
माथेरान के कुछ मुुख्य पर्यटन आकर्षण:
विकटगड - विकटगड माथेरान से जुड़ा एक छोटा सा पहाड़ है। विकटगड के लिए एक दिन कि ट्रेकिंग करना चट्टानों और गहरी घाटियों के साथ एक साहसिक अनुभव है। विकटगड का सबसे आसान मार्ग माथेरान टॉय ट्रेन से शुरू होता है जो माथेरान प्रवेश द्वार से कुछ सौ मीटर की दूरी पर है।
चार्लोट झील - चार्लोट झील बांध बारिश के मौसम में ओवरफ्लो हो जाता है और इसे देखने के लिए दूर दूर से पर्यटक यहां आते है और चार्लोट झील पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन जाता है।
सनसेट पॉइंट - सनसेट पॉइंट माथेरान का एक मुख्य पर्यटन आकर्षण है यह माथेरान का सबसे दूर का पॉइंट है। इसे साही बिंदु भी कहा जाता है।
पेमास्टर पार्क - पेमास्टर पार्क बच्चो को खेलने कूदने के लिए और पिकनीक के लिए बेहतरीन जगह है। पेमास्टर पार्क का रख रखाव नगर पालिका द्वारा किया जाता है।
माथेरान कैसे पहुंचे?
माथेरान का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन नेरल स्टेशन है, जो यहां से १ किमी की दूरी पर है। इसके आगे वाहनों का प्रवेश वर्जित है। आगे के लिए आपको या तो पैदल जाना होगा या बग्गी, रिक्शे या घोड़ों का प्रयोग करना होगा। लेकिन यहां पहुंचने का सबसे अच्छा साधन है यहां की टॉय ट्रेन पहाड़ों पर चढ़ती उतरती इस ट्रेन में बैठकर ढाई घंटे की यात्रा में आप खूबसूरत प्राकृतिक नजरों का आनंद उठा सकते है और इसके अलावा ट्रॉली से भी आप यहां पहुंच सकते है।
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