पालमपुर हिमाचल प्रदेश में स्थित एक सुंदर हिल स्टेशन शहर है। पालमपुर हिमाचल प्रदेश राज्य के कांगड़ा जिले में स्थित है। पालमपुर में सुंदर चाय के बागान भी है। पालमपुर चिड के वृक्षों से ढका हुआ और हिम से ढके हुए धौलाधार पर्वतों के बीच बसा हुआ एक बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन और पर्यटन स्थल है।
पालमपुर हिमाचल प्रदेश का एक तेजी से विकसित हो रहा शहर है जहां बहुत सारे आवास और होटेल्स है। पालमपुर के ऊपरी इलाकों में भारी बर्फबारी होती है और इस तरह पर्यटकों को शीतकालीन खेल गतिविधियों में शामिल होने या फिर चाय के सुंदर बागानों में टहलने का भरपूर अवसर मिलता है।
पालमपुर में घूमने की जगह :
बैजनाथ शिव मंदिर :
बैजनाथ शिव मंदिर १२वीं शताब्दी के दौरान निर्मित सबसे पुराने मंदिरो में से एक के रूप में जाना जाता है। मंदिर अपनी प्राचीन और मंत्रमुग्ध कर देने वाली शिल्पकारी के माध्यम से प्राचीन कला और संस्कृति को बयां करता है। मंदिर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा और मंडी जिलों के बीच स्थित है। यह पालमपुर से सिर्फ १६ किमी दूर है।
अंद्रेटा : पालमपुर से सिर्फ १३ किमी की दूरी पर स्थित अंड्रेटा गांव कलाकार सरदार शोभा सिंह और नाटककार नोरा रिचर्ड्स का घर है। शोभा सिंह की आर्ट गैलरी भी अंड्रेटा गांव में स्थित है।
जखनी माता मंदिर : माता जखनी को समर्पित यह मंदिर पालमपुर के पास चांदपुर गांव में बिरनी देवी मंदिर के पास स्थित है।
गोपालपुर चिड़ियाघर : पालमपुर से लगभग १४ किमी की दूरी पर स्थित गोपालपुर चिड़ियाघर धौलाधार नेचर पार्क के रूप में जाना जाता है, यह पशु प्रेमियों और बच्चों के लिए एक अच्छी जगह है। पार्क में आपको तेंदुआ, शेर, साहि, भालू जैसे जानवरों की एक विस्तृत श्रृंखला देखने को मिलती है।
नेगल खड्ड : नेगल खड्ड से धौलाधार रेंज का बहुत ही सुंदर दृश्य दिखाई देता है। बारिश के मौसम में यह गर्जना करता है और साल भर गुर्राता रहता है। यह एक खूबसूरत पिकनीक स्पॉट है। यह पालमपुर से २ किमी की दूरी पर स्थित है।
बुंडला टी एस्टेट : पालमपुर से सिर्फ २ किमी दूर स्थित यह हरे भरे चाय के बागान मॉनसून में बहुत ही सुंदर दिखते है और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते है।
ताशी जोंग बौद्ध मठ : ताशी जोंग एक सुंदर रंगीन मठ है जिसमें एक मेडिटेशन हॉल है। ताशी जोंग आप पालमपुर या फिर बैजनाथ से पहुंच सकते हैं।
पालमपुर चाय बागान : पालमपुर चाय बागान यहां के मुख्य पर्यटन आकर्षण में से एक है। यहां के चाय बागान एक विशाल क्षेत्र में फैले हुए हैं और यहां की सुंदरता दिल को छू लेती है। पर्यटक दूर दूर से यहां के चाय के बागान देखने के लिए आते है।
पालमपुर को उत्तर पश्चिमी भारत की चाय की राजधानी के रूप में भी जाना जाता है।
पालमपुर में क्या शॉपिंग करें? : पालमपुर में घूमने के साथ साथ आप यहां के बाजार से हिमाचली हैंडीक्राफ्ट्स, गरम उनी कपड़े जैसे की स्वेटर, शोल और यहां की मशहूर चाय की खरीदी कर सकते है।
पालमपुर के लोकल व्यंजन : दोस्तों जब आप पालमपुर घूमने जाएं तो यहां की लोकल व्यंजनों का स्वाद चखना बिलकुल ना भूले। पालमपुर में आप कांगड़ी धाम का मजा ले सकते है जो ज्यादातर शादियों में और शुभ प्रसंगों पर बनाई जाती है। और यहां की मशहूर चाय पीना बिलकुल ना भूले। इसके अलावा आप यहां मोमोज, पापड़ी चाट आदि व्यंजनों का लुत्फ उठा सकते है जो आपको यहां की बाजार में मिल जाएगा।
पालमपुर कैसे पहुंचे ?
हवाई मार्ग : कांगड़ा हवाई अड्डा नजदीकी एयरपोर्ट है। जो पालमपुर से लगभग ४० किमी की दूरी पर स्थित है। यहां नई दिल्ली से सीधी दैनिक उड़ान उपलब्ध है।
रेल मार्ग : पालमपुर नैरो गेज कांगड़ा वैली रेलवे, पठानकोट से जोगिंदरनगर से जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग : पालमपुर सभी प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। यहां पर दिल्ली और चंडीगढ़ से सीधी बस सेवा उपलब्ध हैं।
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